Friday, February 15, 2013

अंत में


धुंधली आँखों की चश्मों से लड़ाई ,
कमजोर कानो की चीखती आवाजों से लड़ाई ,
फूलती नसों की सिकुड़ती त्वचा से लड़ाई,
 कुछ मांगते हुए होंठों की जानबूझकर अनजान बनने से लड़ाई,
कांपते हुए हांथों की सहारा देती छड़ी से लड़ाई ,
थरथराते पांवों की अचल धरती से लड़ाई ,
 पास बुलाते हांथों की दूर जाते बच्चों से लड़ाई ,
 थोड़ी उम्मीद भरी आँखों की कुछ ज्यादा ही खफा निगाहों से लड़ाई ,
 कुछ लम्हों की ख़ुशी की घंटों लम्बी घुटन से लड़ाई ,
मन की हिम्मत की शरीर की थकावट से लड़ाई,
वाकई में ज़िन्दगी संघर्ष है, अपने अंत तक।।।

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