Friday, January 18, 2013

आखिरी पड़ाव

साथ रहकर भी दोनों तन्हा  रहा करते हैं,
बेवजह की ये घुटन सहा करते हैं,
ज़िन्दगी इसी का नाम है,
कहने वाले अक्सर कहा करते हैं।।।

जब प्यार था, तब ढेरों बातें करते थे, 
कुछ छुपाया नहीं, सब कुछ बयां करते थे,,
जब नाराज़  हुए तो बहुत कुछ कह दिया, 
इसलिए आजकल दोनों खामोश रहा करते हैं।।।
ज़िन्दगी इसी का नाम है,
कहने वाले अक्सर कहा करते हैं।।।

"तुम कैसी हो ?" उसने  पूछा,
"मैं ठीक हूँ" उसने कहा,,
फ़िज़ूल की ये बातें दोनों,
आजकल किया करते हैं।।।
ज़िन्दगी इसी का नाम है,
कहने वाले अक्सर कहा करते हैं।।।

कानो से टकरा कर लौट आती हैं आवाजें ,
दिल तक कुछ पहुँचता ही नहीं ,,
कमरों और दिलों के दरवाजे बंद कर दिए गए हैं,
दरवाजे आजकल बंद ही बेहतर लगा करते हैं।।।
ज़िन्दगी इसी का नाम है,
कहने वाले अक्सर कहा करते हैं।।।

इंतज़ार में आजकल कोई तड़प नहीं,
जल्दी आने के लिए भी कोई झड़प नहीं,,
शाम को जो दो दिल मिलने को तड़पते थे ,
आजकल बेवजह ही सड़कों पर रहा करते हैं।।।
ज़िन्दगी इसी का नाम है,
कहने वाले अक्सर कहा करते हैं।।।

कुछ नहीं हुआ इसलिए वो कुछ नहीं कहता है ,
बहुत कुछ हुआ है , इसलिए दूसरा चुप रहता है,,
बहाने कुछ भी हों,
दोनों बातों से बचा करते हैं।।।
ज़िन्दगी इसी का नाम है,
कहने वाले अक्सर कहा करते हैं।।।

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